Saturday, May 31, 2008

direct dil se......

आस्मान छूते सपने मेरे ,
कहते हैं मुझसे तू घबराना नही, वो है संग तेरे
देख रहा है वो koshish तेरी,
जानता है तू चाहता है जीतना ,पर ले रहा है इम्तेहान तेरा |

देखना चाहता है वो तू है फौलादी kitna
हैं तुझमे kitna दम ,
पर तू जानता है तुझमे है वो बात , नही तू किसी से कम |

तो क्या हुआ जो ठोकर लगी , सीखा है तू उन ठोकरों से भी,
हो खड़ा, कर मुकाबला ;पानी हैं manzilein कई अभी|
है माटी का पुतला तू , पर जज्बा रख फौलाद का
देख fir karishma उस्का , बेटा है तू उस भगवान् का |

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